मैं अब तक ये तो समझ ही गई थी की भाभी के सामने भैया की कोई हस्ती नहीं है तो उठी और भाभी को देखने लगी भाभी पास आई तो मैं मुस्कुराई और बोली ओह भाभी कितनी देर लगा दी आपने देखिये न मुझे कुछ भी ठीक से नहीं आ रहा आप सिखाइए ना . भाभी मेरी बात सुन कर खुश हो गई और मेरे गाल पर हाथ लगा कर बोली कोई बात नहीं बन्नो मैं सिखाती हूँ बोल अभी क्या कर रही थी . मैं लंड दिखा के बोली इसको चूस रही थी भाभी मेरे गाल पर मारते हुए बोली चल उठ और निकल जा मेरे घर से कुतिया कहीं की और भैया से बोली क्यों रे कुत्ते तेरे को भी समझ नहीं है लड़की अभी तक शरमा रही है हरामजादे ने इसको सिखाया नहीं की बोले लंड चूस रही थी . मेरी निप्पल पकड़ कर जोर से खींची और बोली इस रंडी को देखो नंगी पडी है लंड चूस रही है और बोलने में शरमाती है . भाभी के इस रूप को देख कर मैं तो एकदम से घबरा गई की ये क्या हो गया फिर अपने आप को सम्भाला और आवाज़ में खुशामद भर के बोली भाभी माफ़ कर दो गलती हो गई , प्लीज़ भाभी आगे से नहीं शरमाऊन्गी , आपके हाथ जोड़ती हूँ मुझे भैया के साथ मज़ा लेना सिखाओ ना भाभी , आप जो बोलोगी वही करूंगी भाभी , प्लीज़ भाभी गुस्सा छोड़ो ना आपके पाँव पड़ती हूँ मुझे जाने का मत बोलो भाभी . आखिर भाभी बोली अच्छा ठीक है लेकिन समझ ले अबके शरमाई तो कुतिया की डंडे से पिटाई होगी और इस कुत्ते को तो मैं बाद में बताउंगी आधे घंटे से ज्यादा हो गया ज़रा सी लौंडिया को बेशर्म नहीं बना पाया मादरचोद बस अपने मज़े ले रहा था कुत्ता . भाभी के मुह से गाली सुनकर तो मैं दंग रह गई लेकिन बोली कुछ नहीं , मन में शर्म आई लेकिन मैंने अपने को सम्भाला और चहरे पर शर्म नहीं आने दी . भाभी ने मेरी तरफ देखा और बोली बता पूनम क्या कर रही थी तो मैं बोली भय्या का लंड चूस रही थी तो फिर पूछा और तेरे भैया क्या कर रहे थे तो मैं बोली मेरी चूची और निप्पल से खेल रहे थे ,
फिर पूछा तुझे कैसा लग रहा था , बहुत मज़ा आ रहा था भाभी मन करता था की भैया का लंड khaa जाऊं और भैया मेरे मम्मे खा जाएँ . भाभी फिर बोली ज्यादा मज़ा किसमें आया मैं बोली भाभी दोनों में बहुत मज़ा आया , अलग अलग मज़ा था ज्यादा कैसे बताऊँ किसमें आया तो मुस्कुराई और मेरा मम्मा अपनी हथेली में दबा के बोली अच्छा मम्मे का बता इसमें ज्यादा अमज़ा कब आया , जोर से या धीरे धीरे , मैं बोली भाभी जोर से ज्यादा मज़ा आया हालांकी दर्द भी होता था लेकिन मज़ा भी ज्यादा आता था , भाभी मुस्कुराई और बोली और निप्पल में , तो मैं बोली भाभी निप्पल में भी जोर से ही मज़ा आता है , भैया जब चुटकी में ले कर मसलते हैं तो दर्द तो बहुत ज्यादा होता है लेकिन मज़ा भी ज्यादा आता है . भाभी मेरे सर पर हाथ फेरते बोली मतलब मैंने तुझे रंडी गलत नहीं बोला , भैया से बोली देखो इस कुतिया को अभी १३ साल की है और बोलती है की जोर जोर से maslo , क्योंरी फिर तो तुझे मम्मे चूसने से ज्यादा मजा कटवाने में आया होगा , मैं शरमा के बोली हां भाभी तो फिर डाटा समझ ले पूनम ये आखरी बार समझा रही हूम अब शरमाई तो या तो घर से जाना पड़ेगा नहीं तो डंडे से मार मार के तेरे चुतडा लाल कर दूंगी . निप्पल पकड़ कर खींची और बोली समझ गई या नहीं समझी रंडी मैं बोली समझ गई भाभी तो बोली मुस्कुरा के बोल , निप्पल अभी भी भाभी की चुटकी में जोर से दबी थी दर्द कर रही थी फिर भी मैं पूरा खुल के मुस्कुराई और बोली समझ गई भाभी , क्या समझी कुतिया ये बोल तो मैं मुस्कुराते हुए ही बोली की अब शरमाई तो मार मार के मेरे चुतडा लाल कर dogee . हंसी भाभी और भैय्या से बोली देखा इस कुतिया को हरामजादी चूताडों को लाल करवाने को तैयार है लेकिन शर्म आ रही थी लेकिन नहीं करती तो डर था की भाभी नाराज़ ना हो जाए, मेरा जवाब सुन के भाभी खुश जायेगी नहीं यहां से क्यों बन्नो यही बात है ना मैंने मुस्कुरा के हां की हालांकी मुझे भाभी ने मुझे बोला चल पूनम खड़ी हो जा और वहां जा दरवाजे के पास, मैं गई तो बोली चलअब पुरी नंगी होजा और अदा से चलके इधर आ तेरी ये गांड अच्छे से मतकनी चाहिए ऐसी की तेरे भैया का ये लंड जो मुझे देख के ढीला हो गया है फिर से खडा हो जाए हां चल शुरू हो जा मटका अपनी गांड और मम्मे हिला अच्छे से . मैं कोशिश करके गांड और मम्मे हिला हिला के मटका मटका के धीरे धीरे चल कर वापस आई . पलंग से थोड़ी दूर रुकी तो भाभी बोली थोड़ा और पास आ और तन कर खड़ी हो , मैं पास आ कर तन कर खड़ी हुई तो भैया से मुस्कुरा के पुचा बोल कैसी है मेरी बन्नो भैया बोले लाजवाब तो और मुस्कुराई और बोली चल पूनम धीरे धीरे गोल घूम के दिखा अपने भैया को मैं घूमी , भाभी का सारा बदन जैसे मुस्कुरा रहा था , बोली पूनम चल अपने दोनों हाथ अपने मम्मे के नीचे रख कर उनको थोड़ा ऊपर उठा के अपने भैया से पोच कैसे हैं और देख शरमाना मत. सच कहती हूम मुझे भी इस खेल में मज़ा आ रहा था , मैं भाभी के बताये अनुसार दोनों हाटम से मम्मे को ऊपर उठा के बोली देखो भैया कैसे हैं मेरे मम्मे , भाभी मुस्कुराई बोली हां ये हुई ना बात ऐसे ही बिना शरमाये मज़ा लेगी तो बहुत मज़ा दिलाउंगी और भय्या से बोली देख विनोद कैसे बढ़िया हैं मेरी बन्नो के मम्मे बोल क्या मन करता है इनको देख कर , भैया बोले मन करता है की पकड़ कर मसल डालूम , मुह में ले कर जोरों से चूस लूं खा ही डालूं दोनों को .
भाभी मुस्कुराई और बोली चिंता मत कर तू भी मेरा कहना मानता रहा तो ये सब करने को भी और इधर देख नीचे इसकी चुत देख कैसी रोयेंदार मखालीमली चुत है जीभ लापलापा रही है की नहीं भैया बोले बहुत लापलापा रही है मेडम प्लीज़ मुझे आदेश दो की मैं इसको चाट लूं , चूस लूं , मुह में भर कर मज़ा लूं इसकी चुत का सच में बहुत बढ़िया मखमली है चोटी सी , मुनिया जैसी चुत . भाभी हंसी और मुझसे बोली ज़रा पास आ बन्नो और भैया से बोली ले देख हाथ लगा के कैसी है , भैया ने झट से मेरी चुत पर हाथ फेरा . आहा .. क्या बतौम कैसा मज़ा था , अभी तक के सारे मज़े इसके सामने फीके थे , भैया के हाथ में जादू था मेरा पूरा बदन कांपने लगा था अभी आधा घंटा पहले पेशाब की थी लेकिन लग रहा था की मेरी पेशाब निकल ही जायेगी . भैय्या ने उंगली से चुत को कुरेदा तो मैं भैया के हाथ पर ही मूतने लगी , मेरा बस नहीं था अपने आप पर मैंने बहुत कोशिश की पेशाब रोकने की लेकिन रुकी ही नहीं , भैया के हाथ पर मेरा पेशाब देख कर भाभी खिलखिला के हंस पडी और भैया ने अपना हाथ हटाया तो बोली हाथ क्यों हटा रहा है चलने दे हो जाने दे मेरी पूनम को ज़रा हल्का , मेरा गाल सहलाती बोली मूत ले पूनम अपने भैया के हाथ पर अच्छे से मूत ले, निकल दे सारा जोश एक बार , लगता है तेरे इस भैया ने पहली बार तुझे ठीक से मज़ा नहीं दिया क्यों विनोद सच है ना आखिर है तू कुत्ता ही . जब मैं ठीक से पेशाब कर चुकी तो भाभी ने भैया से बोला जा ले जा इसको बाथरूम में और अच्छे से धो कर ला इसकी चुत फिर इसको मज़ा दिलाती हूं.
भैया ने बाथरूम में मेरी चुत अच्छे से धोई धुलवाने में भी मुझे बहुत मज़ा आया , मैंने भैया से बोला भी की मैं धो लूंगी भैया तो मुस्कुरा के बोल क्यों रानी मेरे हाथ से अच्छा नहीं लग रहा क्या , मैं बोली अच्छा तो लग रहा है तो हंस के बोले तो धोने दे मुझे और शर्म आ रही हा तो सुन ले शरमाना बिलकुल मत नहीं तो तेरी भाभी हम दोनों को ही सज़ा देगी और आगे से कभी मज़ा भी नहीं लेने देगी . मुझे शर्म ही आ रही थी इसीलिये भैया से खुद धोने का बोली थी भैया की बात से सहम गई और झट से बोली नहीं भैया ऐसी बात नहीं है शरमाउँगी क्यों और अपनी चुत उभार के धुलवाई . मुझे चुत उभारता देख के भैया मुस्कुराए और अच्छे से रगड़ रगड़ के मेरी चुत धोई . हम वापस कमरे में आये तो भाभी पलंग के सिरहाने टेक लगा के बैठी थी, हम दोनों को देख कर मुस्कुराई और बोली चलो अब पहले खाना खा लेते हैं पूनम को भी भूख लगी होगी और विनोद तू जा के पहले पूनम की मम्मी से बोल आ की ये आज रात को यहीं सोयेगी, भाभी की ये बात सुनकर तो मेरा मन खुश हो गया समझ गई की आज सारी रात मज़ा मिलेगा, भाभी ने मुस्कुरा के मेरी तरफ देखा तो मैं भी मुस्कुराई. भैया मम्मी को बोल कर आये और भाभी से पुचा मेडम खाना यहीं लगाउं या फिर टेबल पर, भाभी बोली यहीं लगा दे यार देख ना ये मेरी बन्नो भी थक गई है fir भी तो और काम करना है इसको, और मज़ा लेना है क्यों बन्नो लेगी ना, मैं शरमाते शरमाते मुस्कुरा के बोली जैसा आप बोलें भाभी तो भाभी झूठे गुस्से से बोली मेरी नहीं तू बोल तेरी क्या मर्जी है नहीं लेना मज़ा तो ऐसा बोल और खाना खा और जा अपने घर और लेना है तो ऐसा बोल मैं बोली लुंगी भाभी और मज़ा लुंगी. हंसी भाभी हां कम हो रही है धीरे धीरे तेरी शर्म ऐसे ही मेरे कहने पर चलाती रही तो देख तुझे पुरी रंडी बना दुंगी बिना रंडी बने सही मज़ा नहीं ले पायेगी मेरी बन्नो बोल बनेगी ना रंडी मैंने धत्त किया तो मेरे गाल पे जोर से तमाचा मारा और जोर से डांट के बोली हरामजादी कुतिया अभी भी शरमा रही है, रंडी के जैसे नंगी पडी है यहां और धत्त करती है कुतिया, चल उठ यहां से और कान पकड़ कर 10 बैठक लगा नहीं तो मार मार के सच में कुतिया बना दुंगी रंडी को. मैं तो भाभी के व्यवहार में अचानक आये इस बदलाव से सन्न रह गई तो मेरी निप्पल पकड़ कर जोर से मसलते हुए बोली चल उठ कान पकड़ कर बैठक लगा और माफी मांग नहीं तो बस अब मज़ा नहीं मिलेगा, इतने में भैया आ गए तो वो सब समझते हुए बोले मान जा पूनम जल्दी से जो बोलती है कर ले नहीं तो समझ ले बहुत गुस्सा तेज है तेरी भाभी का, मैं सकते में से निकली और खड़ी हो कर कान पकड़ कर बैठक लगाने लगी तो भाभी फिर चिल्ला के बोली माफी कोण तेरा बाप आ कर मांगेगा कुतिया, तो भैया मेरे पास आये और मेरे गाल सहला के बोले मांग ले पूनम माफी, मैं तो रो पडी और बार बार माफी मांगने लगी, भाभी बोली बोल अब तो नहीं शरमायेगी मैंने नहीं कहा तो पुचा बोल क्या बनेगी तो मैं बोली रंडी, भैया ने समझाया की ऐसे नहीं यूं बोल की भाभी मीम रंडी बनुम्गी प्लीज़ मुझे रंडी बना दो, मैंने भैया के कहे अनुसार कहा तो भाभी खुश हो कर बोली चल अब आ इधर और शरमाना मत, चल विनोद तू खाना लगा भूखी होगी बेचारी बच्ची. खाना खाने के बाद भैया ने बरतन समेटे और वाश के लिए रख कर आये, अन्दर आते ही उन्होंने अपने कपडे उतारे और पलंग के पास आये तो भाभी ने जोर से डांटा कुत्ते जो तुने इस कुतिया को मुताया था उसको का तेरा बाप आ कर साफ़ करेगा सुवर को लगता है ज्यादा चरबी चढ़ गई है मादरचोद पूनम को देख कर ज्यादा उतावला हो रहा है चल जल्दी से साफ़ कर. भाभी की डांट सुनकर तो भैया एकदम से डर ही गये और सॉरी सॉरी मदम बोल कर जल्दी जल्दी पेशाब साफ़ करने लगे. मैं ये सब देख सुन कर दंग रह गई यहाँ सब उलटा हो रहा था बाकी घरों में मर्द हुकुम चलाते थे और यहाँ औरत मर्द पर हुकुम चला रही थी और मर्द बेचारा डर से उसका हर हुकुम मान रहा था. खैर भैया ने सफाई की और फिर पलंग के पास आये भाभी ने अपने कपडे उतारे अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. मैं भाभी के पास नंगी बैठी थी.
भाभी मेरे मम्मे से खेलने लगी भैया आ का रखदे हुए तो भी भाभी ने कोई ध्यान नहीं दिया भैया सर झुकाए खड़े रहे और भाभी मेरे मम्मे से खेलते हुए मेरे से बातें करने लगी. बोल मेरी पूनम रंडी मज़ा आया की नहीं, मर्द के हाथ से ज्यादा मज़ा आया ना, मैं बोली हाँ भाभी सच बोलती थी आप और फिर मक्खन लगाती बोली आपके साथ से भी बहुत मज़ा आता है भाभी सच में आप भैया से कम नहीं हो, आप जब चुसती हो तो बहुत मज़ा आता है भाभी. भाभी बोली अभे एकया अभी तेरी चूत, मेरी चूत पर हाथ फेरते हुए बोली, चटवाउंगी इससे तब बोलना कैसा मज़ा आया. मेरी चूची और चूत जो अब ठंडी हो गई थी फिर से गरम होने लगी थी, निप्पल खड़े होने लगे थे, भाभी ने एक निप्पल पकड़ कर जो उमेठी दी तो मेरे मुह से हलकी सी चीख निकली तो भाभी जोर से हंसी और जीभ से उस निप्पल को चाट के बोली क्या हुआ पूनम मज़ा नहीं आया क्या, भाभी ने निप्पल उमेठी तो दर्द बहुत हुआ था लेकिन जब उन्होंने जीभ की नोक से उसी निप्पल को छेड़ा तो मैं मज़े से भर गई और अपना मम्मा हाथ में ले के भाभी के मुह में दिया हाँ भाभी और करो बहुत मज़ा आ रहा है भाभी, भाभी का एक हाथ मेरी चूत पर था, भाभी उसकी एक उंगली मेरे मुह के पास लाइ और बोली चल इसको मुह में ले कर गीला कर मैंने किया तो भाभी ने वही उंगली मेरी चूत की दरार में फेरते फेरते जोर से जो मेरी चूत में डाली तो मैं चिहुंक उठी और मेरी चूत में तो जैसे आग लग गई. भाभी ने उंगली को हलके से वहीं घुमाया तो मैं तो जैसे स्वर्ग में पहुँच गई. भाभी बोली अब बोल आया मज़ा, मैं तो भाभी पर बलिहार जा रही थी अब तक का सबसे ज्यादा मज़ा आया था, बोली भाभी बहुत मज़ा आ रहा है और करो ना ऐसे भाभी हंसी अभे एकया है बन्नो अभी तो असली चीज जायेगी इसमें तो ज्यादा मज़ा आयेगा तुझे लेकिन अभी उसमें टाइम है. ये सब देख का र्भैय्या का लंड भी खडा होने लगा था. भाभी बोली देख पूनम ट्रे भैया को भी मज़ा आ रहा है देख इसका लंड खडा होने लगा है, मैंने देखा तो भय्या ने अपना लंड उभार के दिखाया और भाभे स बोले मेडम मुझे भी मौक़ा दो ना प्लीज़, भाभी ने मेरी तरफ देखा तो भैया मुझसे बोले पूनम बोल ना अपनी भाभी से मुझे भी खेलने दे. मैंने भाभी को इशारा किया तो वो मुस्कुरा के बोली एस इनही पुरी बात बोल मुझे किस किस से खेलने दूँ तेरे भैया को. मैं सब समझ गई बोली भाभी भैया को भी मेरी चूची और चूत से खेलने दो देखो कैसे तरस रहे हैं बेचारे. भाभी हंसी और बोली पूनम तू तो सच में होशियार है री बड़ी जल्दी समझ गई, बहुत बढ़िया रंडी बनेगी तू और मुझे अपनी गोद में अच्छे से लेटा कर बोली , चल विनोद तू भी क्या याद करेगा ले चाट ले इसकी चूत. भैया नीचे बैठे और मेरी चूत पर उन्होंने मुह रखा तो मैं जैसे उछल ही पडी, इतनी गुदगुदी और इतना आमजा था की अब तक के सारे मज़े इसके सामने फीके थे. भाभी मुस्कुराई और बोली क्यों पूनम आया मज़ा, मैं बोली भाभी सबसे ज्यादा मज़ा आया आप बहुत तरसाती हो ये मज़ा पहले क्यों नहीं दिया आपने तो भाभी मेरे मम्मे से खेलती बोली बन्नो सब मज़े धीरे धीरे मिलेंगे तुझे चिंता मत कर अभी इससे भी ज्यादा मज़ा दिलाउंगी और दोनों निप्पल पकड़ कर जोर स यूपर की तरफ खींचे, इधर भैय्य मेरी चूत चाट रहे थे उधर भाभी चूची के निप्पल खींच रही थी ऊपर हलका दर्द के साथ मज़ा था तो नीचे सिर्फ मज़ा ही मज़ा लेकिन इस दर्द में भी एक अजीब सा नशा जैसा था. मैं तो जैसे मज़े से भर गई थी. धीरे से भाभी ने मेरी चूत में उंगली डाली और मैं तो निहाल हो गई. भाभी उंगली से सहला रही थी अन्दर से और बाहर से भैया चाट रहे थे. मेंरी कमर अपने आप उछलने लगी थी मैं भाभी की उंगली ज्यादा से ज्यादा अन्दर लेना चाह रही थी और भाभी मेरे मज़े ले रही थी बार बार उंगली बाहर निकाल निकाल के. थोड़ी देर में ही मुझे लगा की जोर से पेशाब आयेगी लेकिन मैं समझ गई की मैं झडने वाली हूँ और मैं झड गई लम्बी लम्बी साँसे लेने लगी. भाभी ने भैया को अलग हटाया और मुझसे बोली झड गई बन्नो मैं मुस्कुराई तो बोली मुह से बोल रंडी मैं घबरा के बोली हाँ भाभी झड गई. भाभी बोली बोल कैसा मज़ा आया मैं बोली भाभी सच में भैया के साथ बहुत मज़ा आया तो मुस्कुराई और बोली अभी क्या हैबन्नो असली रंडी तब बनेगी जब तेरे भैया का ये – लंड मुझे दिखा के बोली- लंड तेरी इस चूत में जाएगा बोल लेगी ना अपने भैया का लंड मैं मुस्कुरा के बोली हाँ भाभी लूंगी. भाभी हंसी और भैया से बोली बोल विनोद डालेगा इसकी चूत में लंड तो भैया खुश हो कर बोले रानी आपका हुकुम होना चाहिए मन तो बहुत कर रहा है की अभी चोद दूँ इस मुन्नी को. भाभी फिर हंसी और बोली बोल मेरी रंडी चुदवायेगी अपने भैया से मैंने झट से हाँ की तो बोली नहीं अभी नहीं पहले तेरी चूत को थोड़ा इसके लायक बना ले. हालांकी इसका लंड बहुत पतला और छोटा है तेरे में चला जाएगा लेकिन मैं तुझे पूरा मज़ा दिलाउंगी बस २-४ दिन और रुक जा फिर तुझे चूत मराना सिखाउंगी आज तू देखना तेरा भैया कैसे अपनी मालकिन तो चोदता है. मैंने भैया की तरफ देखा तो वो खुश ही नज़र आये जैसे उनको मन चाही चीज मिलने वाली हो.
फिर मैंने भैया और भाभी की चुदाई देखी. भाभी बार बार भैया को गालियाँ दे के चुद रही थी. हाँ मादरचोद जोर से धक्का लगा, कुत्ते तेरे में दम नहीं है हरामी तू मेरे लायक नहीं है, साला मार जोर से. दिखा दे मेरी इस बन्नो को कैसे चुदाई होती है, भाभी नीचे से कमर उछाल उछाल के चुदवा रही थी और भैया को गालियाँ दे रही थी उनकी मर्दानगी को ललकार रही थी. २ मिनिट में ही भैय्या ढीले पड़ गए और भाभी के ऊपर लेट गए तो भाभी चिल्लाई फिर वही हुआ ना सुवर अभी में गरम हुई ही थी की तू झड गया और कुत्ते को हमेशा चूत चाहिए चोदने के लिए. मादरचोद चल अब पहले अपनी उंगली और मुह से मेरा काम कर फिर तुझे बताती हूँ आज, तेरी गांड पर बहुत दिनों से डंडे नहीं पड़े हैं सुवर को इतनी बढ़िया रंडी दिलाई खेलने के लिए फिर भी कुत्ता इतनी जल्दी झड गया चल अपने काम से लग पहले फिर बताती हूँ तुझे. और भैया ने अपनी २ उंगली भाभी की चूत में डाली और अन्दर बाहर करते करते अपना मुह भी उस पर रखा और चूसने लगे भैया ने उंगली के साथ अपनी जीभ भी बार बार चूत में डालना शुरू की और सपड सपड करके चाटने लगे भाभी फिर बार बार गालियाँ दे के मज़े लेने लगी. ये सब देख के मेरी चूत फिर पनियाने लगी थी भाभी ने मेरी तरफ देखा और बोली क्यों री रंडी कैसा लग रहा है तो मैं बोली मेरी चूत फिर से पनियाने लगी है भाभी खिलखिला के हंसी और बोली चल अपने हाथ से ही खेल ले अभी और मैं अपनी चूत सेखेलने लगी मैंने २ उंगली डाल दी अन्दर लेकिन भाभी की एक उंगली से आधा मज़ा भी नहीं आ रहा था. आखिर भैया और भाभी की चुदाई ख़त्म हुई और इधर मेरी चूत में मेरी २ उंगलियाँ धड़ल्ले से चल रही थी भाभी देख का मुस्कुराई और भैया से बोली देख कितनी गरम रंडी है ये तेरे बस की नाहे एही. बस तू ज़रा सा सिखा देना इसको फिर तो इसके लिए नए नए लंड ढूंडने पड़ेंगे. मुझसे बोली आ देख कैसी लग रही है मेरी चूत बन्नो मैंने देखी तो मज़ा आ गया बोली बहुत अच्छी है भाभी तो भाभी बोली अच्छे है तो किस कर इसको मैंने किस किया और मुह ऊपर किया तो बोली हरामजादी अभी तक तुझे सिखाना पड़ रहा है कुतिया चाट अब इसको और बता कैसा स्वाद है. मैंने चाटी और बोली बहुत अच्छी है भाभी तो मुस्कुरा के बोली सच बोलना रंडी मैं बोली सच बोल रही हूँ भाभी तो बोली ठीक है फिर अब से रोज इसको चाटना और मुस्कुराई. मैं भी मुस्कुराई भाभी बोली चल अब सो जा थोड़ी देर फिर बाद में मज़ा दिलाउंगी तुझे.
हम लोग सोने की तैय्यारी करने लगी की भाभी भैया को डांट के बोली मादरचोद कितने जल्दे सोने के लिए तैयार हो गया कुत्ता तुझे बोला था ना की आज तेरी गांड की सिकाई होगी, चल जा वो बेंत ले कर आ और गांड ऊँची कर मेरे सामने सुवर कहीं का, इतनी बढ़िया रंडी दिलाई तो भी हरामी झट से झड गया इसकी सज़ा तो मिलेगी. भैया कमरे के कोने में रखी लचकदार बेंत उठा कर लाये और भाभी के हाथ में दी फिर उनके सामने कुत्ते की तरह चारों हाथ पैर पर हो कर अपनी गांड ऊँची कर दी, भाभी खडी हुई और गांड पर हाथ फेर के बोली थोड़ी और उठा कुत्ते भैया ने और ऊपर की तो भाभी से जोर से चांटा मारा और बोली हाँ अब ठीक है, समझ ले २० बेंत पड़ेगी और तुझे गिनना है अगर गांड नीचे की या गिनने में कोई गलती की तो शुरू से गिनती चालू होगी. फिर मुझे देख के बोली और तू भी देख ले रंडी तुने भी कोई गलती की तो तुझे भी ऐसे ही सज़ा मिलेगी और इस कुत्ते को तो देख मैं ऐसी हालत करूंगी की हरामजादा बैठने को तरस जाएगा. भाभी ने मुझे अपने साथ खडा किया और हाथ उठा के पूरी ताकत से जो भैया की गांड पर जमाई तो मैं सिहर उठी भैया के मुह से आह निकली और उनकी गांड काँप उठी भैया के मुह से निकला एक और भाभी ने दनादन २ बेंत और जड़ दी भैया ने गिनती गिनी दो तीन. मैंने तो भाभी की मार देख कर सिहर उठी, मेरा बदन कांपने लगा भैया की गांड पर तीनो बेंत के निशान पड़ गए थे. भाभी ने उन निशानों पर हाथ फेरा और बोली क्यों मज़ा आया, तो भैया बोले हाँ मालकिन जिसमें मेरी मालकिन खुश मैं भी उसमें खुश. भाभी ने मेरी तरफ देखा अब तक मैं अपने आप को संभाल चुकी थी, मैं ज़बरदस्ती मुस्कुराई तो भाभी भी मुस्कुरा के बोली अभी देख तू इस सुवर की खाल खींच लूंगी मैं, डर मत बन्नो इस बहन के यार को भी मज़ा आता है इसमें तभी तो कुत्ता गलतियाँ करता है. क्यों कुत्ते बोल मज़ा आता है न तुझे तो वो बोला हाँ मालकिन, भाभी ने एक बेंत और जोर से मारी मुझे नहीं इस रंडी को बता हरामी. भैया बोली हाँ मुझे मज़ा आता है मुन्नी रानी तो भाभी हंसी और फिर से दनादन ३ बेंत मारी भैया बोले पांच, छ, सात तो भाभी खिलखिलाई मुझसे बोली देखा रंडी भूल गया ना हरामजादा तीन के बाद पांच गिन रहा है तो भैया बोले मालकिन आपने उसके बाद एक और मारी थी ना तो भाभी हंसी और एक जोर से मारती बोली तुने गिनी था क्या हरामजादे.
मैं तो भाभी का ये रूप देख कर सहम ही गई थी लेकिन जाने क्यों मुझे मज़ा भी आ रहा था. भाभी बोली चल अब फिर से गिनना शुरू कर और जो दनादन मारना शुरू किया तो भैया ने ८ तक गिना. भाभी ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा के बोली देखा बन्नो ये साले सारे मर्द कुत्ते होते हैं हरामजादों को इनकी औकात में रखना ज़रूरी होता है. ज़रा भी लिफ्ट दी तो सर पर चढ़ते है हराम के जने. मैंने देखा की भैया की गांड पर लाल लाल धारियां बन गई थी, भाभी उन धारियों पर हाथ फिरा रही थी मेरा भी मन किया की हाथ फेर कर देखूं की कैसी धारियां हैं लेकिन झिझक के मारे कुछ बोली नहीं बस भाभी को देख कर मुस्कुराई. भाभी समझ गई की मैं अब इस माहौल की आदी हो गई हूँ तो पूछा क्यों तेरी चूत फिर पनियाने लगी क्या रानी .. मैंने शरमा के हाँ की तो फिर हंसी और बोली इधर आ मेरी चूत पर हाथ फेर के बोली हाँ रे पूनम तू तो सच में रंडी की तरह पनियाने लगी है बिलकुल कुतिया हो गई है चल तुझे और मज़ा दिलाती हूँ इधर आ ये पकड़ बेंत और अपनी पुरी ताकत से मार के दिखा तो कैसे मारती है देख सिर्फ २ बेंत मारना, मैं फिर झिझकी लेकिन मालूम था शरमाई और मना किया तो आगे से भाभी मुझे कोई मज़ा नहीं दिलायेगी. मैंने बेंत पकड़ी और जोर से भैया की गांड पर मारी लेकिन मुझे खुद ही लग गया की भाभी की तुलना में मेरी मार कुछ भी नहीं है, भाभी ने भी मेरी गांड पर जोर से अपने हाथ से चांटा मारा और बोली रंडी मज़ा लेने को अभी तैयार है और कुतिया को देख जैसे दम ही नहीं है जोर से मार रंडी पुरी ताकत से अलग से धारी दिखानी चाहिए नहीं तो इसने अभी ९ गिने हैं बाकी के ११ से तेरी गांड सुजा दूंगी. अब के मैंने अपनी पुरी ताकत लगा के जो सटाक से बेंत मारी तो मुझे भी मज़ा आया और भाभी भी बोली हाँ शाबाश ऐसे ही मार चल और दो मार मैंने फिर अपनी पुरी ताकत इकट्ठा की और दनादन २ और मारी तो सच कहती हूँ मेरा हाथ दुखने लगा लेकिन मुझे मज़ा भी आया. भैया की गिनती अब तक ११ तक पहुँच गई थी भाभी ने मुझे प्यार करते हुए कहा बोल मज़ा आया रंडी को मैंने हाँ कही तो हंसी और बोली और मारेगी, मैंने झिझकते हुए बोला भाभी मार तो दूँ लेकिन जोर से मारने में मेरे हाथ में दर्द होता है तो फिर हंस के बोली चल फिर तो ज़रूर और २ मार इसको मारने की आदत नहीं पड़ेगी तो कैसे मर्दों को अपना गुलाम बनायेगी, और समझ ले जोर से ही मारना नही तो हरामजादी बाकी के डंडे तुझे पड़ेंगे तो तेरे ये मखमली चुतड, मेरे चुतड पर हाथ फेरते हुआ और थपकते हुए बोली, लाल नीली धारियों भर जायेंगे और कुतिया नीचे बैठने के लायक नहीं रहेगी. मैं सहमी लेकिन भाभी ने मेरे हाथ में बेंत पकड़ाई और बोली चल मार साले कुत्ते को और गाली भी दे इसको जैसे मैं देती हूँ. मैं तो जोश में आ ही चुकी थी मैंने साले हारामखोर कुत्ते गलती करता है सुवर और जो लहरा के मारा तो मैंने जितना अभी तक मारा था ये सबसे जोरदार चोट थी भाभी जोर से हंसी , हाँ अब हुई ना कुछ बात रंडी और दे ऐसे ही इस मादरचोद की गांड फाड़ दे आज. मैं और भी जोश में आई और गाली देते हुआ दनादन २ बेंत और मारी, मारते ही में सकपकाई भाभी ने सिर्फ २ मारने का बोला था और मैंने ३ मार दी थी लेकिन भाभी मुस्कुराई और बोली लगता है रंडी को मज़ा आ रहा है इसीलिए २ के बजाय ३ मारी भैया ने १४ तक गिनती गिनी थी. भाभी ने मेरे हाथ से बेंत ली और रख दी भैया से बोली चल सीधा हो जा अब बाकी ६ थोड़ी देर बाद मारेंगे, अभी मेरी बन्नो थक गई है इसकी चूत भी पनिया गई है पहले इसको मज़ा देना है. चल पूनम तू लेट जा पलंग पर और ये कुत्ता तेरी चूत चाटेगा और इसका रस पीएगा देख कैसा मज़ा आता है. सुन लिया कुत्ते भैया ने खुश हो कर हां की और फिर जो भैया ने मेरी चूत पर अपनी जीभ और मुह की कलाकारी दिखाई तो सच कहती हूँ मुझे चुदाई से ज्यादा मज़ा आया. कभी चूत चाटते, कभी जीभ अन्दर घुसाते, कभी जीभ अन्दर घुसा के गोल घुमाते, कभी चुमते, कभी चूत मुह में भर के चूसते, कभी हलके हलके दांत लगाते. मैं हर बार उछल उछल जाती भाभी ये सब गौर से देख रही थी और मुस्कुरा रही थी फिर भाभी ने मेरे मम्मे से खेलना शुरू किया, एक से खेलती और दुसरे को मुह में ले कर चुस्ती. इस दो तरफा मज़े से तो मेरा पूरा बदन जैसे जल बिन मछली की तरह तड़प रहा था और मेरे मुह से आ.. आह. अम्म .मम्म .उम् .. हाय रे.. मर गई रे .. हाँ रे .. मज़ा .. हाय राम .. उई माँ… जैसे शब्द निकल रहे थे आखिर मैं झड गई और जोर से पेशाब आने लगी मैंने भाभी को बताया तो बोली झड गई रंडी इस कुत्ते के मुह में तो इसके मुह में ही मूत भी दे, मैं झिझकी लेकिन बोली कुछ नहीं तो भाभी बोली डर मत बन्नो मूत दे इसको आदत है मूत पीने की और मूत से नहाने की . मैं क्या करती रोकते रोकते भी मेरी चूत से जो शुर्र्रर्र्र करके मूत निकला तो आधा भैया के मुह में आधा उनके चहरे पर गया इतनी तेज और मोटी धार थी की मैंने आज तक नहीं देखी थी.
भाभी बोली बन्नो तेरे को देख कर मेरी चूत में भी मूत भर गया है बोल तेरे भैया को की इसको भी खाली करे, मैंने भैया की तरफ देखा तो वो बिना कुछ बोले भाभी की टांगों के बीच अपना मुह फंसाने लगे. भाभी बोली देख कुत्ते तू ने पूनम के साथ जो किया वो मेरे साथ नहीं चलेगा ठीक से मुह लगाना एक बूँद भी बाहर छलकी तो सुवर को मार मार के बिछा दूंगी. भैया बोले नहीं छलकेगी मालकिन आपका सारा अमृत आपके इस गुलाम के पेट में ही जाएगा. मुझे उनकी बात सुनकर अजीब नहीं लगा क्योंकी भैया अभी हाल ही मेरा मूत पी चुके थे.
भैया को अपना सारा मूत पिलाने के बाद जब भैया ने अपना मुह अलग हटाया तो भाभी बोली मादरचोद को देख बन्नो, तुझे देख कर बिगड़ रहा है साला कुत्ता. हरामजादे को नई रंडी दिला दी तो सुवर अपनी मालकिन को भूल गया, ज़रा वो बेंत उठा पूनम और लगा ज़रा जोर जोर से इसकी गांड पर. बिना गिनती के मारना सुवर को जब तक तू थक ना जाए. भाभी की बात सुनकर मेरे मन को जाने क्यों अच्छा लगा और मैंने झट से बेंत उठा ली और हवा में शांय से घुमाई तो भाभी मुस्कुराई बोली हाँ लगता है जल्दी सीख रही है मेरी बन्नो, लगा ज़रा इसकी गांड पर सुवर को अकल आये मार मार के सुजा दे इसकी गांड. भैया समझ गए थे की उनसे क्या गलती हुई है वो जल्दी से भाभी की चूत पर मुह लगाने लगे तो भाभी ने अपनी टाँगे खोली और बोली गांड ऊपर उठा के रखना कुत्ते ये रंडी आज तेरी खबर लेगी, मैं भे देखूं कितना जोर है इसमें अगर इसने सच में तेरी गांड सुजा दी तो एक बार और इसको चूत चटाई का मज़ा मिलेगा. भैया भाभी की चूत चपर .. चपर .. करके चाटने लगे और भाभी उनके बाल पकड़ के उनके मुह को अपनी मर्ज़ी के हिसाब से इधर उधर करने लगी मैं भैया पर बेंत बरसा रही थी अपनी पुरी ताकत से, मुझे मज़ा आ रहा था और मन कर रहा था की मैं भी भाभी की तरह भैया के बाल पकड़ कर अपनी मर्ज़ी के हिसाब से उनसे चूत चटवाऊँ . सच बात तो ये है की जब भाभी ने भैया को मारने का बोला तभी मेरी चूत में हरकत हुई थी और निप्पल तड़प उठे थे और अब तो मेरी चूत फिर पानी से भरने लगी थी और निप्पल भाले की तरह नोक उठाने लगे थे. भाभी की बातें सुनकर तो मुझे और भी जोश आने लगा की अगर मैंने बढ़िया पिटाई की तो फिर एक बार मेरी चूत चटवाई जायेगी और मैंने अपनी ताकत से ज्यादा जोर से मारना शुरू किया मेरी पिटाई से अब तो भैया के मुह से आह भी निकालने लगी थी और जब भी उनके मुह से आह निकलती भाभी मुस्कुरा के मेरी तरफ देखती. इधर मेरे हाथ दनादन चल रहे थे उधर भैया की जीभ फिर भाभी बोली चल अब २ उंगली भी डाल दे अन्दर, लंड तो तेरा इस लायक है नहीं की मेरी चुदाई कर सके और भैया २ उंगली डाल के अन्दर बाहर करने लगे जीभ से चाटते और उंगली से खेलते मेरी चूत पूरी पानी से भर गई थी मेरे मुह में भी पानी आ गया था. इस बार मेरी पिटाई से भैया की गांड पर नीली धारियां पड़ने लगी थी. आखिर भाभी झड गई और भैया को अलग हटाया. मैं तो तरस और तड़प रही थी अलग होते ही बोली भाभी बोलिए कैसी की मैंने पिटाई तो भाभी ने भैया को घुमने का बोल कर उनकी गांड देखी और फिर मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई फिर भैया से बोली लगता है ये रंडी बहुत गरम हो गई है देखो इस कुतिया को कैसा मारा है मेरे कुत्ते को हरामजादी ने, ज़रा भी तरस नहीं खाया कितनी नीली धारियां पड़ गई हैं. क्यों रे कुत्ते बता जोर से मारा ना इस रंडी ने तो भैया बोले हाँ मालकिन सच में लग रहा था मेरी खाल खींच लेगी ये, भाभी जोर से हंसी, फिर तो इसको इनाम मिलना चाहिए. चल थोड़ी देर चाट ले इसकी चूत फिर इसको बड़ा इनाम दिलाउंगी. मैं तो खुश हो गई जल्दी से अपनी टाँगे छोडी करके लेट गई भाभी फिर हंसी और एक जोर का थप्पड़ मेरी चूत पर मारा, थप्पड़ सच में बहुत जोर से मेरी चूत पर लगा और मेरे मुह से आह्ह निकली, भाभी मेरी आह पर ध्यान दिए बिना बोली कुतिया मरी जा रही है चूत चटाने को, हरामजादी मेरे से पूछे बिना कैसे लेट गई. उठ रंडी यहाँ से और मेरे से परमिशन ले पहले, पहले ले लेती तो आसानी से मिल जाती लेकिन अब मेरे तलवे चाट के बोल की मालकिन इस कुतिया को कुत्ते से चूत चटवाने दो. चूत पर थप्पड़ बहुत जोर से पडा था लेकिन भाभी की बात सुनकर मेरे मन को अच्छा ही लगा, फिर से गंदी गंदी बातें करने का मौक़ा मिला मुझे, मैं झट से नीचे बैठ कर भाभी के तलवे चाटते हुए बोली भाभी प्लीज़ भैया को बोलो की मेरे चूत चाटे, भाभी ने बिना कुछ बोले अपने दुसरे पैर का तलवा मेरे चेहरे की तरफ बढाया मैंने दूसरा पैर भी चूमा और चाटने लगी, भैया बोले पूनम अच्छे से पुरी जीभ निकल के चाट नहीं तो रानी परमिशन नहीं देगी, मैंने और अच्छे से चाटने लगी आखिर भाभी बोली चल ठीक है लेट जा अब चटवा ले. मैंने खुश हो कर लेटी भैय्य ने अभी थोड़ी देर ही चाटी थी की.. भाभी ने उनको रोक दिया.
भाभी ने भैया को रोका और इस बार मेरी चूत में भी १ के बजाय २ उंगली डाल कर खेलने और चाटने को बोला. २ उंगली ने शुरू में तो दर्द करा लेकिन बाद में मुझे मज़ा आने लगा. उंगलियाँ कसी कसी आ जा रही थी और मैं अपनी कमर उचका उचका के मज़े ले रही थी की भाभी ने फिर भैया को रोक दिया और मुझसे पूछा बोल बन्नो मज़ा आ रहा है, मैंने हाँ की तो फिर पूछा पहले से ज्यादा की कम, मैं बोली भाभी पहले से बहुत ज्यादा. भाभी मुस्कुराई और बोली बोल और ज्यादा मज़ा लेना है, मैं बोली हाँ भाभी दिलाओ ना, तो बोली उसके लिए अपने भैया को तैयार कर. देख इसका लंड खड़ा होने लगा है. तू इसका लंड चूस, अच्छे से चूसा तो पूरा खडा हो जाएगा तो इसको तेरी चूत में डलवा दूंगी. फिर देखना मेरी रंडी स्वर्ग में पहुँच जायेगी और मेरी निप्पल जोर से मसली .. मैं आह्ह भाभी करके शरमा के उनसे लिपट गई. भाभी ने मुझे अलग किया और भैया से बोली चल इसको लंड चूसा मैं इसकी चूत से खेलती हूँ, थोड़ी देर और २ उंगली चलेगी तो तेरे लंड के लायक हो जायेगी. और फिर मैंने खूब मन लगा के भैया का लंड चूसा आखिर मेरी मेहनत रंग लाइ और भैया का लंड खडा हो गया तो भाभी ने मुझे पलंग पर लिटाया और भैया से बोली चल चढ़ जा इसके ऊपर इसकी चूत भी गीली है तेरा लंड भी इसके थूक से चिकना है एक ही बार में पूरा डाल देना हरामजादी के अन्दर डरना मत मैंने इसको पकड़ रखा है और भाभी ने मेरे कंधे अपनी टांगों के नीचे दबा के, एक मम्मा मुह में और दूसरा हाथ में ले कर मेरी चूची से खेलने लगी. भैया ने भाभी के कहे मुताबिक़ लंड निशाने पे रख कर जोर से धक्का मारा तो सारा लंड सटाक से मेरे चूत में चला गया मेरी तो जैसे जान ही निकल गई मैं नीचे से निकलने के लिए तड़प उठी लेकिन भाभी ने मुझे कस के जकड रखा था, बोली घबरा मत बन्नो बस एक मिनट रुक जा अभी तुझे मज़ा आयेगा और भैया को इशारा किया , भैया ने मेरा भाभी के हाथ वाला मम्मा अपने मुह में लिया अब दोनों मेरे दोनों मम्मे चूसने लगे भाभी एक हाथ से मेरी चूत के ऊपर सहलाने लगी, २ मिनट में ही मेरी दर्द बहुत कम हो गया तो भाभी ने फिर इशारा किया और भैया हलके हलके धक्के लगाने लगे. भैया का छोटा सा पतला लंड मेरी चूत में कसा कसा आ जा रहा था और हर धक्के के साथ मेरा मज़ा बढ़ता जा रहा था. १०-१५ धक्के के बाद ही भाभी बोली जोर से लगा धक्के दिखता नहीं मेरी बन्नो को मज़ा आ रहा है. भैया ने जोर जोर से धक्के लगाना शुरू किये और मैं तो निहाल हो गई, भाभी ने मेरी आँखों में देखा और बोली बोल रंडी मज़ा आया, मैं मुस्कुराई तो बोली मुह से बोल रंडी. भाभी के मुह से रंडी सुनना भी अब मुझे अच्छा लगने लगा था, मुस्कुराते हुए ही बोली हाँ भाभी बहुत मज़ा रहा है, अभी तक का सबसे ज्यादा मज़ा आ रहा है. भाभी मुस्कुराई और बोली किस बात में मज़ा आ रहा है मैं समझ गई की भाभी क्या चाहती है मुस्कुरा के ही बोली भाभी चुदाई में मज़ा आ रहा है. तो भाभी बोली चुदाई कैसे हो रही है मैं फिर बोली भैया का लंड मेरी चूत में आ जा रहा है ऐसे हो रही है. भाभी हंसी और बोली ले मज़े रंडी, और ऐसे ही चलती रही तो देख १ महीने में ही तुझे कितना मज़ा दिलाती हूँ . इसका लंड तो उंगली के जैसा है असली लंड के मज़े दिलाउंगी तुझे. धक्के मारते मारते भैया और मैं दोनों झड गए. भाभी ने भैया को सारी सफाई करने का बोला और मैं और भाभी एक दुजे से लिपट के सो गए.